शराब ठेके पर टकराव जारी: जिलाधिकारी ने पूछा “मेरे आदेश में कमी बताओ”, डीएम का सख्त रुख बरकरार
जिले में शराब की दुकान को लेकर चल रहा प्रशासनिक विवाद और गहराता जा रहा है। जिलाधिकारी ने आबकारी आयुक्त के फैसले पर सवाल उठाते हुए पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने आदेश के विरुद्ध ठेके को खोलने के निर्देश दिए जाने पर आपत्ति जताई है। जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में पूछा है, “मेरे आदेश में क्या कमी है, जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है?”
जिलाधिकारी सबीन बंसल ने स्पष्ट किया कि दुकान को 15 दिन के लिए निलंबित किया गया था, और इस निलंबन के दौरान स्टे ऑर्डर जारी किए जाने से स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा हुआ। कई लोगों ने ठेके के खुलने पर आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसके बाद जिलाधिकारी ने निलंबन अवधि में दुकान को खोले जाने पर सख्त रोक लगा दी है।
इस फैसले से दोनों अधिकारियों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है, और अब मामला उच्च स्तर पर पहुंचने की संभावना बन रही है। वहीं, स्थानीय लोग जिलाधिकारी के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि निलंबन का पालन होना चाहिए और नियमों के विरुद्ध जाकर ठेका नहीं खोला जाना चाहिए।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे यह विवाद किस दिशा में जाता है, क्योंकि प्रशासनिक आदेशों के बीच यह टकराव जिले के प्रशासनिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है।
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