देहरादून में ब्याज माफियाओं का बढ़ता आतंक, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
देहरादून: आजकल देश में ब्याज पर पैसे देने वाले माफियाओं का चलन तेजी से बढ़ रहा है, और यह अब देहरादून में भी अपने पैर पसार रहा है। पहले प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों से ऐसी खबरें आती थीं कि कुछ लोग जरूरतमंदों को ब्याज पर पैसा देकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं। इन्हीं पैसों पर भारी ब्याज लगाकर उधार देने वाले ये माफिया, कर्जदारों पर इतनी कड़ी शर्तें लगाते हैं कि उन्हें कर्ज से मुक्ति नहीं मिल पाती।
कर्ज की इस दलदल में फंसे कई लोग जब भारी ब्याज चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं, तो उन्हें मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ दिनों में एक बेहद दुखद घटना में, सहारनपुर के एक कारोबारी ने अपनी पत्नी सहित हरिद्वार में गंगा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके सुसाइड नोट से खुलासा हुआ कि वह एक बड़े कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था, और हर महीने भारी ब्याज चुकाने के बावजूद, कर्ज से मुक्त नहीं हो पा रहा था।
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अब देहरादून में भी ऐसे ब्याज माफियाओं का जाल फैलता जा रहा है। हाल ही में, सिविल लाइन क्षेत्र के पास रहने वाले अमित नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो कमेटी चलाने के बहाने लोगों को फंसाकर उन्हें ब्याज पर पैसा देता है और फिर उनसे भारी ब्याज वसूलता है। स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब ये लोग कर्जदारों को धमकाने और प्रताड़ित करने के लिए गुंडों का सहारा लेते हैं।
चिंता की बात यह है कि कभी-कभी ऐसे मामलों में पुलिस भी इन माफियाओं का साथ देकर पीड़ितों को न्याय से वंचित करती है, जिससे मजबूर होकर कई गरीब परिवार आत्महत्या तक कर लेते हैं।
इस बढ़ती समस्या के मद्देनजर, देहरादून की जनता प्रशासन से यह मांग कर रही है कि वे इन ब्याज माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि किसी और निर्दोष की जिंदगी इस दुष्चक्र में न फंसे और शहर में कानून व्यवस्था बनी रहे।